खिलौने की तरह पानी मेें बहा 4 मंजिला होटल, देखें वीडियो

खिलौने की तरह पानी मेें बहा 4 मंजिला होटल, देखें वीडियो

मंडी: मॉनसून के चलते देश के कई हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिल रही है। हिमाचल के मनाली में लगातार भारी बारिश के कारण भारी नुकसान देखने को मिला है। वहीं मंडी से एक वीडियो सामने आई है। जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे खिलौने की तरह बाढ़ में 4 मंजिला होटल बह गया। बता दें कि कुल्लू जिले में बादल फटने व वर्षा से भारी तबाही हुई है। मनाली में 15 से अधिक हाेटल व कई वाहन ब्यास नदी के रौद्र रूप की भेंट चढ़ गए हैं। ग्रीन टैक्स बैरियर से आगे मनाली चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को भारी नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर हाईवे का नामोनिशान मिट गया है।

कसोल, आलू ग्राउंड व छुरुडु में फंसे 63 लोगों का प्रशासन ने एनडीआरएफ की मदद से रेसक्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा है। 29 लोग कसोल, 25 छुरुडू व 9 आलू ग्राउंड में पानी के तेज बहाव में फंस गए थे। इनमें कई पर्यटक भी शामिल थे। जिले में बीते 42 घंटे से हो वर्षा से भारी नुकसान हुआ है। जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्य में लगातार जुटा हुआ है।

बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए श्रीखंड यात्रा पर जो श्रद्धालु 7 जुलाई की शाम और 8 जुलाई की सुबह रवाना हुए थे। उनको पार्वती बाग और भीम डवारी में रोका गया है। सभी श्रद्धालुओं की भीमडवारी लाने का प्रयास किया जा रहा है। वहां श्रद्धालुओं को भोजन व ठहरने आदि के पर्याप्त प्रबंध हैं। जिले के 120 संपर्क मार्ग बाधित हुए हैं। मनाली चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग कुल्लू मनाली और बजौरा के बीच कई स्थानों पर भारी भूस्खलन के कारण बाधित है। हाईवे का बड़ा हिस्सा ब्यास नदी में बहने से सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही रोक दी है। लैफ्ट बैंक में भी संपर्क मार्गों पर जगह जगह भूस्खलन हुआ है। इस मार्ग पर भी यातायात ठप है।

कई स्थानों पर बड़े पुल भी नदी के जल स्तर के कारण बह गए हैं। जिले में 488 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हैं। इससे बिजली की निर्बाध आपूर्ति में दिक्कत आ रही है। बिजली पानी व दूरसंचार सेवाओं का ढांचा पटरी से उतर गया है। उपायुक्त आशुतोष गर्ग का कहना है कि जिला में आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफए पुलिस, होमगार्ड और पर्वतारोहण संस्थान के बचाव दल तैनात हैं। सभी आवश्यक सेवाएं बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। मनाली और बाहंग में कितना नुकसान हुआ है। रास्ते बंद व दूरसंचार सेवाएं ठप होने की वजह से अभी आकलन संभव नहीं हो पाया है।