मेरठ: श्रावण मास में कांवड़ यात्रा चरम पर है, शिवभक्त रास्तों में डटे हैं, और इसी दौरान सरधना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिले के सरधना में कांवड़ यात्रा के बीच गंगनहर में एक के बाद एक 4 अज्ञात शव बहते हुए नजर आए। शवों को अटेरना पुलिस चौकी और सरधना गंगनहर पुल के पास देखा गया, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने जब शवों को गंगनहर में बहते देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन थाना प्रभारी मौके पर आकर केवल भीड़ हटाकर चले गए, शवों को बाहर निकालने का कोई प्रयास नहीं किया गया।
दरअसल, अटेरना पुलिस चौकी और सरधना पुल के पास लोगों ने गंगनहर में बहते हुए शव देखे। ग्रामीणों और कांवड़ियों की भीड़ जमा हो गई, यातायात भी बाधित हुआ, लेकिन पुलिस मौके पर पहुंचकर सिर्फ मुआयना कर बिना कोई कार्रवाई किए लौट गई। यह पहला मामला नहीं है। वहीं स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि पुलिस का यही रवैया पहले भी रहा है। पिछले सप्ताह भी मानपुरी गांव, सरधना पुल और अहमदाबाद के पास इसी तरह तीन शव गंगनहर में बहते हुए मिले थे, जिनका जिम्मा एक थाने से दूसरे थाने पर डालकर औपचारिकता निभा दी गई। अब लगातार शव मिलने और पुलिस की निष्क्रियता से जनता में भारी नाराजगी है। कई लोगों ने यह भी बताया कि हाल में युवक-युवती के शव भी कांवड़ियों जैसे वस्त्रों में मिले थे, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह केवल दुर्घटना या आत्महत्या नहीं, बल्कि कहीं न कहीं कांवड़ यात्रा की सुरक्षा में बड़ी चूक भी हो सकती है। लोगों की मांग है कि शवों की शिनाख्त कराकर मामले की गहन जांच की जाए। पुलिस की ओर से अब तक शव निकालने या शिनाख्त की दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे न केवल कांवड़ यात्रा की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लगा है, बल्कि प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे है। हालांकि इस मामले को लेकर एसपी देहात राकेश मिश्रा ने कहा है कि अगर ऐसा हुआ है तो यह गंभीर मामला है। जांच कराकर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
