चंडीगढ़: सेक्टर-1 में पंजाब सशस्त्र पुलिस बल की 82वीं बटालियन के जीओ मेस के बाहर रखी गई तीन फुट लंबी और 3 क्विंटल वजनी हेरिटेज तोप रहस्यमय तरीके से गायब हो गई है। बताया जा रहा है कि यह तोप करीब अपने स्थान पर 15 दिन पहले तक मौजूद थी, लेकिन अब यह वहां से गायब है। सूत्रों का कहना है कि करीब 15 दिन पहले तोप के गायब होने पर मेस प्रभारी सब इंस्पेक्टर (एसआई) देविंदर कुमार ने देखा कि तोप अपने निर्धारित स्थान से गायब थी। उन्होंने तुरंत 82 बटालियन के कमांडेंट बलविंदर सिंह को इस बारे में सूचित किया था। सिंह ने सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया और एफआई दर्ज कराई है।

जानकारी के मुताबिक तोप साधारण पीतल की नहीं बनी थी। इसे बनाने में कुछ अन्य कीमती धातुओं का इस्तेमाल किया गया है। यह पंजाब पुलिस की सबसे मूल्यवान संपत्तियों में से एक थी। करीब डेढ़ साल पहले इस तोप को 82वीं बटालियन के स्टोर रूम में शिफ्ट किया गया था। बाद में इसे सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा गया था। न्यूज रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि जिस क्षेत्र में तोप रखी गई थी वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। इलाके में चौबीसों घंटे संतरी ड्यूटी पर पुलिस के पहरेदार तैनात हैं। लेकिन उनमें से किसी ने भी तोप के लापता होने पर ध्यान नहीं दिया। एफआईआर में कहा गया है कि कि चोरी 5 मई की रात या 6 मई की सुबह हुई होगी। संपर्क किए जाने पर पंजाब सशस्त्र पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर ने कहा कि मामले की जानकारी के लिए कृपया 82 बटालियन कमांडेंट बलविंदर सिंह से संपर्क करें।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कमांडेंट बलविंदर सिंह ने मीडिया से इस घटना को चोरी का मुद्दा नहीं बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है, जल्द ही तोप का पता लगा लिया जाएगा। हालांकि पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कमांडेंट बलविंदर सिंह ने कहा है कि अज्ञात लोगों ने इमारत के अंदर मुख्य द्वार के पास से लगभग तीन फीट लंबी और 2-3 क्विंटल वजनी पीतल की धातु से बनी एक ‘पुरातन’ तोप चुरा ली है। सेक्टर 3 पुलिस स्टेशन के एक पुलिसकर्मी ने कहा कि पंजाब सशस्त्र पुलिस परिसर के अंदर कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। इसलिए अभी तक मामला दर्ज कराने के बावजूद चोरों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला है। जानकारी के अनुसार चोरी हुई तोप का वजन करीब 2-3 क्विंटल था। इसलिए यह असंभव है कि कोई एक व्यक्ति इसे ले गया हो। हमें कम से कम 4-5 लोगों के शामिल होने का संदेह है। मामले में हमारी जांच जारी है।