मुंबई: रेलवे पुलिस ने अपराध करने से पहले 3 आरोपियों को पकड़कर बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन को सौंप दिया है। महिला सुरक्षा टीम ने इन आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा है। पश्चिमी क्षेत्र में महिला सुरक्षा पथक की महिला अधिकारी इंगवले, कॉस्टेबल गावित, माने, तांडेल और बांद्रा रेलवे पुलिस ठाणे की महिला पुलिस अधिकारी भालेराव बोरीवली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 4-5 पर गश्त कर रही थीं।
जब टीम विरार की तरफ वाले कोच के पास पहुंची, तो 3 संदिग्ध व्यक्तियों को संज्ञेय अपराध करने की मंशा से घूमते देखा गया।
इस बीच प्लेटफॉर्म क्रमांक 4 पर चर्चगेट धीमी लोकल ट्रेन विरार की तरफ आई। जिसके दूसरे जनरल कोच में सवार यात्रियों की भीड़ मे आरोपी उनके पीछे जल्दबाजी में भागते और पैंट की जेब में हाथ डालते हुए दिखाई दिए। जब महिला सुरक्षा दल की टीम आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ रही थी, तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।
इस दौरान वहां पर मौजूद बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन के डी बी स्टाफ के पुलिस कांस्टेबल नवले और वाकड़े की मदद से तीनो आरोपियों को बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन पर पकड़ लिया। आरोपियों की पहचान प्रिंस उर्फ जयदीप अरुण उपाध्याय (नवघर रोड भाईंदर), दीपक राजेंद्र सिंह (भाईंदर) और अनमोल सतीश मोरे (भाईंदर) के रूप मे हुई।
आरोपियों की तलाशी के दौरान पर्स मिला। जिसमें 4,800 रुपये नकद और दस्तावेज मिले। दूसरे आरोपी की जेब से एक महंगा मोबाइल फोन मिला। जांच के दौरान यह मोबाइल फोन बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन में दर्ज एक अपराध से संबंधित है।
इस बीच जब पुलिस ने इन आरोपियों का पिछला इतिहास खंगाला तो पता चला कि इनमें से एक के खिलाफ कई अपराध दर्ज हैं। जिनमे बांद्रा रेलवे पुलिस स्टेशन, दादर रेलवे पुलिस स्टेशन, वसई रेलवे पुलिस स्टेशन, तुलिंज पुलिस स्टेशन, बीकेसी पुलिस स्टेशन, कांदिवली पुलिस स्टेशन और नवघर पुलिस स्टेशन शामिल हैं।