लुधियानाः जिले के समराला के पास मंजली खुर्द के एक परिवार पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब 24 वर्षीय अमनदीप सिंह की आर्मेनिया में काम करते समय जहरीली गैस के संपर्क में आने से मौत हो गई। अमनदीप ढाई साल पहले एक बकरी फार्म में जीविकोपार्जन और बेहतर भविष्य बनाने के लिए आर्मेनिया आया था।
डॉक्टरों के अनुसार, उसकी मौत जहरीली गैस के कारण हुई। शादीशुदा अमनदीप तीन बहनों में इकलौता बेटा था। आर्मेनिया जाने के ठीक 10 दिन बाद पैदा हुई उसकी नवजात बेटी को उसने मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिए ही देखा था। अमनदीप के पिता ने कहा, “ढाई साल पहले, उनका बेटा जीविकोपार्जन और अच्छा भविष्य बनाने के लिए विदेश गया था। 15 सितंबर को उन्हें आर्मेनिया से फोन आया जिसमें बताया गया कि उसकी मृत्यु हो गई है। यह हमारे परिवार के लिए एक गहरा सदमा था।”
परिवार पिछले 5 दिनों से परेशान है और शव को घर वापस भेजने की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहा है। शोकाकुल पिता ने कहा, “उन्होंने प्रशासन और सरकारी अधिकारियों से संपर्क किया है, लेकिन अभी तक उनके बेटे का शव वापस नहीं ला पाए हैं, न ही कोई अधिकारी हमारी मदद के लिए हमारे गांव आया है।” उन्होंने सरकार से अपील की कि अमनदीप सिंह का शव उसके पैतृक गांव वापस लाया जाए ताकि परिवार उसका अंतिम संस्कार कर सके और उसे श्रद्धांजलि दे सके।