टॉफी खाने से परिवार के 2 बच्चों की मौत, 2 की हालत नाजुक, जानें मामला

टॉफी खाने से परिवार के 2 बच्चों की मौत, 2 की हालत नाजुक, जानें मामला

कौशांबीः जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां जहरीली टॉफी खाने से 2 सगी बहनों की मौत हो गई। जबकि दो बच्चियों की हालत नाजुक बनी हुई है। दोनों का चिल्ड्रेन हॉस्पिटल प्रयागराज में इलाज चल रहा है। परिजनों ने गांव के एक युवक पर पुरानी रंजिश के चलते हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि गांव के ही युवक ने टॉफी में जहर मिलाकर एक बच्ची को दिया। इसके बाद उसने तीन बच्चों के साथ टॉफी बांटकर खाई और चारों की हालत बिगड़ गई। मामला जिले के कड़ाधाम थाना क्षेत्र के सौंराई बुजुर्ग गांव का है। यहां वीरवार सुबह 4 बच्चों की तबीयत एक साथ बिगड़ गई। आनन-फानन में चारों बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां चारों की नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें प्रयागराज रेफर कर दिया। शाम सात बजे के करीब दोनों बच्चियों की मौत हो गई। सौंरई बुजुर्ग निवासी राजकुमार प्रजापति मेहनत मजदूरी करते हैं।

उन्होंने बताया कि बुधवार की रात उनकी आठ वर्षीय बेटी वर्षा रानी छत पर सो रही थी। गुरुवार की सुबह जब वह जागी तो पास में टॉफी पड़ी थी। उसे लेकर वह नीचे उतरी। वर्षा ने वासुदेव की 7 वर्षीय बेटी साधना और 4 वर्षीय बेटी शालिनी के अलावा गांव के ही अशोक की 7 वर्षीय बेटी आरुषि को भी टॉफी दे दी। कुछ देर बाद चारों बच्चियों की हालत बिगड़ने लगी। प्रयागराज में इलाज के दौरान साधना और शालिनी की मौत हो गई। दोनों बच्चियों की मौत की खबर सुनते ही घर-परिवार में कोहराम मच गया। वासुदेव की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। राजकुमार प्रजापति ने कहा, ''हम अपनी छत पर सो रहे थे। बिटिया भी सो रही थी। हम उतरकर दूसरे घर में छत पर पानी डालने चले गए थे। घर पर हमारे पड़ोस के रहने वाले शिव शंकर ने टॉफी फेंकी थी। बच्चियों ने उसे खाया, इसके बाद उल्टियां करनी शुरू कर दी। हम लोग चारों बच्चियों को लेकर पहले CHC इस्माइलपुर गए। फिर वहां से डॉक्टरों ने संयुक्त जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।'' मृतक बच्चियों के पिता वासुदेव ने कहा, ''साधना और शालिनी घर के बाहर बैठीं थी, तभी वर्षा अपने घर से कुछ टॉफियां लेकर आई। उसने बेटियों से कहा कि इस टॉफी का स्वाद बड़ा अजीब सा है। अशोक की बिटिया आरुषि भी वहां आ गई। इसके बाद चारों ने टॉफी खा ली। फिर चारों बीमार हो गईं।''

वर्षा पुत्री राजकुमार प्रजापति, आरुषि पुत्री अशोक प्रजापति, साधना और शालिनी वासुदेव प्रजापति आपस में चचेरी बहनें हैं। वासुदेव प्रजापति पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। 1 महीने पहले ही वासुदेव की 7 माह की बेटी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। वासुदेव कि अब दो बेटियां राधिका और आराधना ही जीवित बची हैं। राधिका आठवीं क्लास की छात्रा है, जबकि आराधना 7 वीं क्लास में पढ़ती है। साधना और शालिनी के मरने की खबर वासुदेव को उसके परिवार के लोगों ने नहीं दी है उन्हें डर है कि सदमे के चलते कहीं वासुदेव भी काल के गाल में ना समा जाए। जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विश्व प्रकाश ने कहा, ''चार बच्चे यहां लाए गए थे। चारों बच्चों ने जहरीला पदार्थ खाया था, ऐसे लक्षण दिखाई दिए। चारों की हालत गंभीर थी। इसके बाद ट्रीटमेंट देते हुए चारों को प्रयागराज रेफर कर दिया गया।'' दोनों बच्चियों की मौत की सूचना मिलने के बाद देर शाम सिराथू CO दलबल के साथ सौंराई बुजुर्ग गांव पहुंचे। यहां उन्होंने अवधेश विश्वकर्मा के घर पर जांच-पड़ताल की। मौके से परिजनों ने टॉफी के खाली रेपर दिए हैं। टॉफी का नाम बोवीटा बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एएसपी समर बहादुर ने कहा, ''दो बच्चों की मौत की सूचना प्राप्त हुई है। दो बच्चियां प्रयागराज में इलाजरत हैं। उनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है। परिजनों से मिली तहरीर के बाद आरोपी को डिटेन किया गया है। सभी बिंदुओं पर जांच-पड़ताल करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामले का जो भी दोषी होगा, उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।''