जालंधर, ENS: रूस और यूक्रेन जंग के दौरान रूसी आर्मी में भर्ती हुए या लापता हुए नौजवानों को लेकर पारिवारिक सदस्य 5 तारीख दिल्ली में विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर राकेश पांडे के साथ 3 बजे मुलाकात करेंगे।रशिया जाकर आए पारिवारिक सदस्यों ने बताया है कि भारत सरकार ओर विदेश मंत्रालय की तरफ उन्हें रशिया में किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं की गई।वही पारिवारिक सदस्यों के मुताबिक युद्ध के दौरान आर्मी में भर्ती हुए या लापता हुए उनके परिवार के नौजवानों ओर लोगो की जानकारी पूरी तरफ मुहैया नहीं करवाई जा रही है।इन सभी मसलों को लेकर वह 5 तारिक सोमवार को विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर से मुलाकात करने जा रही है।
पंजाब के जालंधर के कस्बा गोराया से जगदीप कुमार ने कहा कि पिछले महीने की 3 तारीख वह रशिया गए थे और पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से रूसी आर्मी में भर्ती हुए उनके भाई मनदीप कुमार की तलाश करने के लिए रशिया में कई दिन तक रहे।लेकिन उनके भाई के बारे में अभी तक पूरी तरह से जानकारी नहीं मिल पाई है और न ही भारतीय एंबेसी और न ही रशिया एंबेसी से उनकी कोई मदद की गई है।हालांकि रशिया के आम लोगों ने उनकी पूरी सहायता की है।वही कहा कि उनके भाई का रशिया आर्मी में किया कॉन्ट्रैक्ट ही उन्हें मिल पाया है और उसके सिवाए उनके भाई मनदीप के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है।इसी तरह उनके साथ यूपी आजमगढ़ से गए अजय के मामा ओर अजीमुदीन के भाई की भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।जगदीप ने फोन पर जानकारी देते बताया कि इंडियन एंबेसी ने उनकी किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की है और इसी मामले को लेकर वह भारतीय विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर से बात करेंगे और इंडियन एंबेसी के स्टाफ के बारे में जानकारी देंगे।
जगदीप कुमार ने कहा कि अगर भारतीय विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर राकेश पांडे उनकी बातों का समाधान नहीं करते या उनकी किसी प्रकार से कोई मदद नहीं करते तो वह विदेश मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे और 14 पारिवारिक सदस्य द्वारा विदेश मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर उनकी बात सुनेंगे और रूस जाने पर उनकी पूर्ण रूप से सहायता भी करेंगे जिससे कि उनके भाई और बाकी 14 पारिवारिक सदस्यों के लोगों का पता लग पाए। जगदीप ने कहा कि अभी तक उनकी सहायता पर्यावरण प्रेमी व राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सींचेवाल द्वारा की गई है और उन्होंने ही उन्हें आने जाने की एयर टिकट मुहैया करवाई थी।इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि वह पंजाब सरकार और भारत सरकार को कई बार अपनी फाइल देकर आर्थिक मदद मांगी थी जो अभी तक सरकार द्वारा नहीं की गई। वही कहा कि 3:00 बजे सोमवार को अब वह इसी बात को लेकर विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर से मुलाकात करेंगे और अपनी समस्याओं का समाधान करवाने का प्रयास करेंगे और उन्हें उम्मीद है कि इस बार विदेश मंत्रालय और भारत सरकार उनकी बातों पर गौर करेगी और उनकी पूरी तरह से मदद करेगी।