नई दिल्ली : इटली में दर्दनाक हादसा होने का मामला सामने आया है।सोमवार को इटली के दक्षिणी तट पर दो जहाजों के डूबने से 64 लोग समुद्र में लापता हो गए, जबकि 11 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा 11 अन्य लोगों को बचा लिया गया और उन्हें कैलाब्रियन शहर ले जाया गया। जर्मन सहायता समूह रेस्कशिप ने सोमवार को एक्स पर लिखा कि एक जहाज के डूबने के बाद बचावकर्मियों ने इटली के छोटे से लैम्पेडुसा द्वीप के पास एक लकड़ी की नाव के डेक के नीचे फंसे 10 संदिग्ध प्रवासियों के शव बरामद किए। जहाज़ के पर 61 लोगों को पाया, जो पानी से भरी हुई थी। रेस्कशिप ने कहा हमारा चालक दल 51 लोगों को निकाल पाया, जिनमें से दो बेहोश थे।
10 मृतकों के शव नाव के निचले डेक में पड़े मिले। संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने कैलाब्रिया से लगभग 200 किलोमीटर दूर दूसरे जहाज के डूबने का हवाला देते हुए कहा कि इसमें जीवित बचे लोगों को तट पर ले जाया गया। यह जहाज आठ दिन पहले तुर्किये से रवाना और उसकी एक नाव में आग लग गई और वह पलट गई। इतालवी तटरक्षक बल ने एक बयान में कहा कि खोज और बचाव अभियान एक फ्रांसीसी नाव द्वारा मेडे कॉल के बाद शुरू हुआ। नाव उस सीमा क्षेत्र में नौकायन कर रही थी, जहां ग्रीस और इटली खोज और बचाव अभियान चलाते हैं।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने कहा कि जीवित बचे लोग और समुद्र में अभी भी लापता लोग ईरान, सीरिया और इराक से आए थे। इतालवी समुद्री बचाव समन्वय केंद्र ने तुरंत पास में नौकायन कर रहे दो व्यापारी जहाजों को बचाव स्थल की ओर मोड़ दिया। यूरोपीय सीमा और तट रक्षक एजेंसी फ्रोंटेक्स की संपत्तियों ने भी मदद की। बचे हुए लोगों को कैलाब्रियन बंदरगाह रोसेला जोनिका लाया गया, जहाँ उन्हें उतारा गया और चिकित्सा कर्मियों की देखभाल में सौंप दिया गया। तट रक्षक दल ने कहा कि प्रवासियों में से एक की जल्द ही मृत्यु हो गई।