ओकलैंडः न्यूज़ीलैंड के आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शहर ओकलैंड में आज 66 वर्षीय व्यक्ति को भारत से न्यूज़ीलैंड 10 किलो ग्राम कामनी की गोलियां तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। न्यूज़ीलैंड में कामनी को क्लास बी और सी श्रेणी की दवा माना जाता है। ओकलैंड कस्टम्स विभाग का दावा है कि भारत से आए नमकीन के पैकेटों के अंदर छिपाई गई लगभग 10 किलो कामनी की गोलियां जब्त की गईं।
जिसके बाद 66 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। न्यूज़ीलैंड इंस्टीट्यूट फॉर पब्लिक हेल्थ एंड फ़ोरेंसिक साइंस द्वारा कराए गए परीक्षणों के नतीजे दिखाते हैं कि ये गोलियां कामनी हैं और इनमें क्लास बी तथा सी श्रेयी नशीले तत्व (जैसे कोडाइन, मॉर्फिन आदि) मौजूद हैं। कस्टम्स विभाग ने कहा कि यह एक गैरकानूनी सप्लाई चेन थी। इन गोलियों के कारण समुदायों को नुकसान हो सकता है और कस्टम्स इन उत्पादों के आने को रोकना चाहता है। यह उल्लेखनीय है कि कामनी की गोलियां भारत में आमतौर पर मिल जाती हैं।
परन्तु न्यूज़ीलैंड में बिना चिकित्सकीय सलाह के कामनी का आयात, आपूर्ति और रख-रखाव गैरकानूनी है। न्यूज़ीलैंड की सुरक्षा एजेंसियां कई महीनों से इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही थीं और नज़र बनाए हुए थीं, जिसके बाद हाल ही में आए कंटेनर में भुजिया के लिफाफों में ये कामनी की गोलियां मिलीं।
इसके बाद स्थानीय पुलिस, कस्टम्स विभाग और संबंधित एजेंसियों ने कार्रवाई कर ओकलैंड से गिरफ्तार किए गए 66 वर्षीय व्यक्ति को मेनुका डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया। संबंधित विभागों द्वारा गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान फिलहाल गोपनीय रखी जा रही है। आज की कार्रवाई के बाद कस्टम्स विभाग ने लोगों, खासकर भारतीय समुदाय को सूचित किया है कि बिना चिकित्सकीय नुस्खे के कामनी का आयात या रखना गैरकानूनी और ख़तरनाक है।