डेरा बस्सी: अवैध माइनिंग को लेकर 2 गुटों मे हुई खूनी झड़प में 4 युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। घायलों का इलाज सिविल अस्पताल डेराबस्सी में चल रहा था। जहा दोनों गुट आपस मे भीड़ गए और अस्पताल मे जमकर गुंडागर्दी की गई। इस दौरान अस्पताल में रखा सामान भी तोड़ दिया गया।
इस मामले मे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 आरोपीयो को काबू कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों को अदालत मे पेश कर रिमांड हासिल कर लिया है, ताकि अन्य आरोपियों की जानकारी हासिल की जा सके। पकडे गये आरोपी शुक्रवार देर रात अस्पताल में इकट्ठा होकर पहुंचे थे। जहा एडमिट दूसरे गट के लोगो पर आरोपियों ने हमला किया था। जिसमे महीपाल, नरेश, नायब और अंग्रेज सिंह गंभीर रूप से जख्मी हुए थे।
सरकारी अस्पताल में बीती रात गुंडागर्दी का नंगा नाच देखने को मिला, जब दो पक्ष अस्पताल के अंदर ही लड़ पड़े। इस दौरान डॉक्टर के कमरे और इमरजेंसी वार्ड में एक पक्ष द्वारा तोड़फोड़ भी की गई। सीसीटीवी से साफ जाहिर है कि तोड़फोड़ पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी। पुलिस ने सिविल अस्पताल में हुए खूनी झड़प मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
शिकायतकर्ता रणजीत के बयानों पर 17 लोगों पर मामला दर्ज किया गया। आरोपियों की पहचान अनिल कुमार उर्फ हनी, अंग्रेज सिंह, महिपाल, नरेश कुमार, अशोक कुमार, राजेश कुमार, राज कुमार, नैब सिंह, गुरमीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरजंट, मोहित अमर सिंह, मियांक, कर्मपाल के तौर पर हुई है।
अस्पताल में सरेआम दो पक्षों में खूनी झड़प हुई थी। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी मोहाली दीपक पारीक, एसपी मनप्रीत सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस हादसे मेें कई लोग घायल हुए है। पुलिस ने आरोपियों पर बीएनएस की धारा 109, 115 (2), 118 (1), 117 (2), 126 (2), 351 (3), 191 (3), 190, 61 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया। इस दौरान एसएचओ डेराबसी मनदीप सिंह ने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेशकर 3 दिन का रिमांड हासिल किया है।