- Advertisement -
spot_imgspot_img
HomeHimachalवीरभद्र सिंह ने ही दिया था ओपीएस सहमति पत्र: जयराम ठाकुर

वीरभद्र सिंह ने ही दिया था ओपीएस सहमति पत्र: जयराम ठाकुर

अब कांग्रेस नेता अपने ही मुख्यमंत्री द्वारा लिए निर्णय पर उठा रहे सवाल

ऊना/सुशील पंडित : आज ऊना के एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री हिमाचल जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा कभी किसी को कापी नहीं करती। बल्कि विश्व की नंबर बन पार्टी है और अपने बलबूते पर ही चुनाव लड़ती है। कांग्रेस को किसी तरह की चिंता करने की जरुरत नहीं है। जैसे ही चुनाव संहिता लगेगी, उसके बाद पार्टी हाईकमान तय करेगी कि किस-किस को मैदान में उतारना है। ताकि मिशन रिपीट करके प्रदेश के रिवाज को बदला जाए। 
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता जिस ओपीएस को अपने घोषणा पत्र में देने की बात कर रहे हैं। यह करीब 20 साल पहले उस समय के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ही सहमति पत्र दिया था और अब कांग्रेस नेता अपने ही मुख्यमंत्री द्वारा लिए निर्णय पर सवाल उठा रहे हैं।  उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के भविष्य के लिए अच्छा सोचना ठीक है। लेकिन कांग्रेस नेता ओपीएस को लेकर कर्मचारियों को राजनीतिक रुप से गुमराह करने में लगे हैं। जबकि ओपीएस को कांग्रेस कुछ भी नहीं कर पाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकांश कर्मचारियों की मांगों को भाजपा सरकार ने पूरा कर दिया है। ओपीसी गंभीर विषय है, इस पर गहनता से मंथन किया जा रहा है। 
जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा चुनाव में झूठे वायदों के दम पर नहीं बल्कि विकास के दम पर वोट मांगने के लिए उतरेगी।
उन्होंने कहा कि कोविड़ काल में जब पूरा देश भयंकर बीमारी की चपेट में था। तो देश के प्रधानमंत्री ने भारत को दवाईयों के सैक्टर में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने के लिए बल्क ड्रग पार्क बनाने को लेकर कवायद शुरु की थी। इसमें देश के तीन राज्यों में सबसे पहले हिमाचल को मैरिट के आधार पर हरोली के पोलियां बीत में बल्क ड्रग पार्क की मंजूरी मिली। इसके बनने से प्रदेश के 30 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार के साधन मिलेगा। जबकि केंद्र की तरफ से 1000 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। इसके अलावा यहां पर इसमें बाहर से करीब पचास हजार करोड़ रुपए का नया निवेश आएगा। इस पार्क के बनने से हिमाचल समेत अन्य पांच राज्यों में स्थित मेडिकल उद्योगों में कच्चे माल की पूर्ति यहां से होगी। इसे बनने के लिए करीब आठ से दस साल लग जाएंगे। इसे धरातल तक लाने में प्रदेश के अधिकारियों ने दिन-रात कड़ी मेहनत की है। इसके लिए वह उनके आभारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को इसे हरोली में बनाने से रोकने के लिए काफी प्रयास किए। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे मंजूर करके बड़ा तोहफा दिया है। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जो उद्योग लगाए जा रहे हैं। उस से पर्यावरण को नुकसान न हो इसका ध्यान रखा जा रहा है।

Disclaimer

All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read and verify carefully. Encounter India will not be responsible for any issues.

- Advertisement -
- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Must Read

- Advertisement -

You cannot copy content of this page