पंजाब: पुलिस ने चलाई गोली, युवक घायल

पंजाब: पुलिस ने चलाई गोली, युवक घायल

डेराबस्सी। डेराबस्सी में हैबतपुर रोड पर गुलमोहर सिटी के बाहर रविवार रात चेकिंग के दौरान दो बहनें और एक के पति के साथ पुलिस की कहासुनी हो गई। इस दौरान मुबारकपुर पुलिस इंचार्ज एसआई बलविंदर सिंह ने फायर कर दिया। गोली लड़की के भाई हितेश की टांग पर लगी। हाथापाई में दोनों बहनों को चोटें आई हैं, जबकि कॉन्स्टेबल साबरदीन को भी चोट आई हैं। चारों को डेराबस्सी के सिविल अस्पताल ले जाया गया।

घायल हितेश को जीएमसीएच-32 किया रेफर 

गोली लगने के कारण घायल हुए 24 साल के हितेश को जीएमसीएच-32 रेफर किया गया है। मामला रात करीब 9:30 बजे का है। तरनतारन निवासी अक्षय के मुताबिक वह अपनी पत्नी पूजा और साली दिव्या के साथ आइसक्रीम खा रहा था। इसी बीच पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी आई, जिसमें 3 लोग थे। एसआई बलविंदर सिंह ने आकर उसके बैग की तलाशी देने को कहा। पत्नी पूजा ने विरोध किया तो पुलिस ने बदसलूकी करते हुए उसे सड़क पर गिरा दिया।

पूजा और दिव्या को पीट रही थी पुलिस, विरोध किया तो एसआई ने चलाई गोली: अक्षय

अक्षय के मुताबिक वह भागकर घर से पूजा की मां और उसके भाई हितेश को बुला लाया। जब वापस लौटा तो पुलिस पूजा और दिव्या को पीट रही थी। हितेश ने इसका विरोध किया तो एसआई ने गोली चला दी, जो उसकी जांघ में लगी। थोड़ी देर में ही और पुलिस फोर्स बुला ली गई। हितेश के अलावा उसकी बहन पूजा और दिव्या को भी चोटें आई हैं। दोनों बहनों का आरोप है कि पुलिसवालों ने उन्हें पिस्टल के बट मारे।

पेट्रोलिंग गाड़ी के चालक काॅन्स्टेबल साबरदीन के अनुसार वे पेट्रोलिंग कर रहे थे। गुलमोहर सिटी गेट के सामने भीड़ जमा थी। इंचार्ज ने इसका कारण पूछा तो पूजा नामक लड़की उनके गले पड़ गई। गाली देने लगी और उनकी वर्दी को हाथ डाला। वह बचाव करने आया तो उसकी भी वर्दी फाड़ दी गई।

लड़की ने बदसलूकी की और मेरी वर्दी फाड़ी: एसआई बलविंदर

एसआई बलविंदर सिंह ने कहा- पुलिसफोर्स न मंगवाते तो हमारा बच निकलना बेहद मुश्किल था। "लड़की ने बदसलूकी की और मेरी वर्दी फाड़ी। उसका पति सोसायटी में घुसकर कुछ और युवकों को ले आया। हम उनके बीच बुरी तरह घिर गए थे। सेल्फ डिफेंस में अपने पिस्तौल से गोली कमर के नीचे चलाई। लड़कियों के जानकारों ने उनकी पेट्रोलिंग गाड़ी भी बुरी तरह तोड़ डाली। अगर और पुलिस फोर्स न मंगवाते तो हमारा मौके से बच निकलना बेहद मुश्किल था।"