शहीद स्मारक की दुर्दशा ऊना प्रशासन के लिए शर्मनाक

शहीद स्मारक की दुर्दशा ऊना प्रशासन के लिए शर्मनाक

औद्योगिक विकास के चेयरमैन व विपक्ष के नेता के क्षेत्र का है मसला

शहीद संजीव भारद्वाज की प्रतिमा के अधूरे कार्य को पूरा करने को दिए 15 हजार

एनयूजे इंडिया अध्यक्ष ने शहीद के घर जाकर मां बाप से किया वार्तालाप

ऊना/सुशील पंडित: गत दिनों कारगिल विजय दिवस धूमधाम से मनाया गया और पूरे हिमाचल में शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया लेकिन शहीदों के नाम पर बने स्मारकों को देखकर लगता है कि यह मान सम्मान सिर्फ समारोहों तक सीमीत है बल्कि वास्तव में हकीकत कुछ और है। ऐसा ही एक वाक्यात जिला ऊना के हरोली विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिला जहां एक निजी समारोह में शहीदों के सात परिवारों को सम्मानित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक अंशुल धीमान और नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस इंडिया के प्रदेशाध्यक्ष रणेश राणा शामिल हुए। कार्यक्रम के बाद शहीद संजीव भारद्वाज के परिवार ने प्रदेशाध्यक्ष रणेश राणा से आग्रह किया वो उनके गांव दुलैहड चलें तथा शहीद स्मारक का जायजा लें। जब वहां एनयूजे इंडिया की टीम पहुंची तो प्रदेशाध्यक्ष रणेश राणा जो कि ऊना जिले के दामाद भी हैं का मन काफी व्यथित हुआ। प्रदेश सरकार ने शहीद संजीव भारद्वाज के नाम पर जो गांव के मध्य पार्क बनाया था उसकी दुर्दशा देखकर यह लगता था कि जिला ऊना प्रशासन व सरकार शहीदों के सम्मान के प्रति कितनी संजीदा है। वहां बना पार्क कम चरागाह ज्यादा नजर आ रहा था। शहीद के पिता पुरुषोत्तम रतन भारद्वाज और मां सुमन देवी ने बताया कि बेटे के स्मारक की चारदीवारी बरसात में छह साल पहले गिर गई थी उसकी ग्रिलें तक चोरी हो गई है। वहां उपस्थित ग्रामीणों ने कहा कि सिर्फ 15 अगस्त, 26 जनवरी और कारगिल दिवस पर शहीदों को सम्मानित करने से ही शहीदों व उनके परिवारों का सच्चा सम्मान नहीं बल्कि धरातल पर ऐसा होना चाहिए। यह क्षेत्र विपक्ष के नेता मुकेश अग्रिहोत्री और औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष प्रो. रामकुमार का है और उन्ही के क्षेत्र मेें शहीद स्मारक अपनी दुर्दशा पर अंासू बहा रहे प्रतीत होते हैं। 

प्रतिमा बनाने के लिए 15 हजार
दुलैहड पंचायत में शहीद राजीव भारद्वाज जो कि जम्मू कश्मीर में शहीद हुए थे कि इसी पार्क में प्रतिमा का निर्माण हो रहा है। इस प्रतिमा का निर्माण समस्त गांववासी व शहीद का परिवार मिलकर कर रहा है। एनयूजे इंडिया के प्रदेशाध्यक्ष रणेश राणा ने कहा कि गांव वालों की भावनाएं और शहीद परिवार का समपर्ण देखकर तुरंत 15 हजार रुपये देने की घोषणा की ताकि प्रतिमा का बचा हुआ निर्माण पूरा हो सके। उन्होने ठेकेदार से आग्रह किया कि आगमी 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस तक शहीद राजीव भारद्वाज की प्रतिमा का निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए। जहां तक पार्क की दुर्दशा की बात है तो राणा ने कहा कि अगर जिलाधीश इसकी गिरी हुई दीवारों का पुर्ननिर्माण नहीं करवाते हैं तो वो इस मामले को सरकार के समक्ष उठाएंगे ताकि पार्क का सौंदर्यकरण हो सके।