जालंधर: Saar Enterprises का बारादरी थाने में पहुंचा नया मामला...

जालंधर: Saar Enterprises का बारादरी थाने में पहुंचा नया मामला...

जालंधर (वरुण)। जालंधर शहर में विदेश भेजने के नाम पर अभी तक लूट का खेल बंद नहीं हुआ है। जिन लुटेरी ट्रैवल एजेंसियों के प्रशासन ने शिकायतें आने के बाद लाइसेंस रद किए थे वह गैर कानूनी तरीके से अब भी पुलिस औऱ प्रशासन की नाक तले धड़ल्ले से अपनी ठगी की दुकानें चलाए हुए हैं। अब नया मामला Saar Enterprises का आया है। 

Saar Enterprises का करीब तीन महीने पहले तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने शिकायतें आने के बाद लाइसेंस रद कर दिया था। लेकिन हैरानी की बात है कि लाइसेंस रद होने के बावजूद ठगी की दुकान रोज खुलती है औऱ लोगों को लूटा जा रहा है। सार इंटरप्राइजेज के खिलाफ अह नया मामला पुर्तगाल का जाली वीजा देने का सामने आया है। 

लाखों लेकर थमा दिया पुर्तगाल का जाली वीजा 

फतेहगढ़ साहिब से आए दो युवकों बिक्रमजीत औऱ परमप्रीत ने बताया कि उन्होंने Saar Enterprises में विदेश जाने के लिए संपर्क किया था। पहले इन्होंने एक लाख रुपया ऑफऱ लेटर देने की एवज में लिया। युवकों ने कहा कि एक लाख रुपये की पेमेंट उन्होंने चैक के माध्यम से की थी। इसके बाद Saar Enterprises ने उन्हें वाट्स एप पर वीजे की कापी भेजी। वीजे की कापी भेजने के बाद कहा कि चार लाख रुपया औप जमा करवाओ। 

युवकों ने कहा ने जब उन्होंने वीजा चैक करवाया तो वह जाली निकला। इसके बाद जब Saar Enterprises में आकर उन्हें कहा कि वीजा जाली है तो वह पहले मानने को तैयार नहीं थे। बाद में वह बहस करने और धमकियों पर आ गए कि जो करना है वो कर लो। जहां मर्जी शिकायत कर लो कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। 

बिक्रमजीत ने कहा कि उन्होंने तुरंत पुलिस को फोन लगाया। पुलिस मौके पर आई और सार इंटरप्राइजेज के मालिक व उन्हें थाने ले आई। युवकों ने आरोप लगाया कि उन्हें थाने में कमरे से बाहर निकाल दिया जबकि ठगी करने वाले को एसी कमरे में बिठाया हुआ था। थोड़ी देर बाद पुलिस वालों ने उन्हें छोड़ दिया। जब वह अंदर पूछने गए तो जो पुलिस वाला हरदयाल सिंह एएसआई उन्हें पकड़ कर लाया था ने कहा कि उसने अपनी गारंटी पर इन्हें छोड़ा है। 

एएसआई से पूछने पर उसने कहा कि शिकायत नोट कर ली है। एसएचओ के कहने पर गारंटी लेकर इन्हें छोड़ा गया है। एएसआई से जब पूछा गया कि इन्होंने जाली वीजा बनाने का काम किया है, अपराध किया तो बोला कि उन्हें गारंटी लेकर छोड़ा गया है। युवकों ने आरोप लगाया कि पुलिस भी एजेंटों के साथ मिली हुई है। सरेआम जाली वीजा देने वालों को वीआईपी ट्रीटमेंट देने के बाद छोड़ दिया गया।