लोक गीतों के माध्यम से बताई कल्याणकारी योजनाएं

लोक गीतों के माध्यम से बताई कल्याणकारी योजनाएं

ऊना/सुशील पंडित: वर्तमान प्रदेश सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं शुरु की हैं जिसका सीधा लाभ आम आदमी को मिल रहा है। सामाजिक सुरक्षा पैन्शन के दायरे में अधिक से अधिक लोगों को लाने के उद्देश्य से बिना आय सीमा के पैन्शन प्राप्त करने की आयु को घटाकर 60 वर्ष कर दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रां में अब लोगों को पेयजल के लिए कोई बिल नहीं देना होगा। इसके अलावा 125 यूनिट प्रतिमाह तक बिजली खपत पर उपभोक्ताओं के बिल पूरी तरह से माफ करने से अनेकों प्रदेशवासियों को राहत मिलेगी। यह जानकारी सूचना एवं जन संपर्क विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रचार अभियान के अंतर्गत आरके कलामंच तथा पूर्वी कलामंच के कलाकारों ने ऊना विकास खंड की पंचायतां डठवाड़ा व धमांदरी और अंब ब्लॉक की पंचायतों चौआर व कलरुही में आयोजित फोक मीडिया कार्यक्रमों में दी।

सांस्कृतिक दलों के कलाकारों ने ‘‘विकास की राह पर क्षितिज की ओर हिमाचल’’ समूहगान व लघु नाटिका के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा पंजीकृत कामगारों के कल्याण के लिए हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के माध्यम से अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि कामगारों को उनके दो बच्चों की पढ़ाई के लिए पहली कक्षा से पीएचडी तक की पढ़ाई के लिए प्रति वर्ष 6400 रुपये से 1 लाख 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का प्रावधान है। इसके अलावा बच्चों को होस्टल में रहने पर प्रत्येक वर्ष 15 हजार से 20 हजार रुपये प्रदान करने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि बेटी जन्म उपचार योजना के तहत पंजीकृत कामगारों को दो बेटियों तक के जन्म पर 51 हजार रुपये प्रति बेटी एफडीआर के रुप में प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि पंजीकृत लाभार्थी के दिव्यांग बच्चे के देखभाल के लिए प्रति वर्ष 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का भी प्रावधान है।

इस मौके पर कलाकारों ने एक बूटा बेटी के नाम, वन समृद्धि-जन समृद्धि योजना, विद्यार्थी वन मित्र योजना, मुख्यमंत्री एक बीघा योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, बागवानी विकास योजना, मुख्यमंत्री मधु विकास योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी दी।

इस अवसर पर बीडीसी सदस्य नीलम कुमारी, धमांदरी की प्रधान सुनीता देवी, उपप्रधान सर्वजीत कौर व सचिव हरजिन्द्र कौर, डठवाड़ा की प्रधान मंजू बाला, चौआर के प्रधान यशपाल सिंह व कलरुही के उपप्रधान यशपाल सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि व स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।