गेहूं की फसल के नुकसान को देखते हुए किसानों मुआवजा दे सरकार :सतपाल सिंह सत्ती

गेहूं की फसल के नुकसान को देखते हुए किसानों मुआवजा दे सरकार :सतपाल सिंह सत्ती

गेहूं की फसल के नुकसान को देखते हुए किसानों मुआवजा दे सरकार :सतपाल सिंह सत्ती

ऊना/ सुशील पंडित : ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने सरकार से किसानों को मौसम के चलते हुए नुकसान  की एवज में मुआवजा देने की मांग की है। भाजपा विधायक ने कहा कि बे मौसमी बरसात के चलते जिला के किसानों की गेंहू की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। दूसरी तरफ आलू की फसल को उचित दाम नहीं मिलने के कारण किसान भारी नुकसान में चल रहे हैं । उनकी तरफ से सरकार को प्राथमिकता के आधार पर ध्यान देना चाहिए। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि खेती जिला के हजारों लोगों का मुख्य पेशा है। लेकिन इस बार मौसम की बेरुखी के कारण गेहूं की फसलें बारिश के लिए तरसती रही। जैसे तैसे कर किसानों ने गेहूं की फसलों को पानी का इंतजाम किया लेकिन अब कटाई के वक्त लगातार हो रही बारिश से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि गेहूं की फसल के नुकसान को देखते हुए किसानों को प्रति एक कनाल 1000 रुपए मुआवजा राशि सरकार द्वारा दी जानी चाहिए ताकि अन्नदाता को संबल प्रदान किया जा सके।

उन्होंने कहा कि जिला में आलू की फसल को दाम नहीं मिलने के चलते भी किसानों को भारी भरकम नुकसान हो रहा है। हालत यह है कि मंडियों में आलू की फसल को महज दो से ₹3 प्रति किलो दाम मिल रहा है जिसके चलते किसान खेतों में से ही आलू की फसल को नहीं निकाल रहे। विराट सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि किसानों ने भारी-भरकम खर्च करते हुए पहले आलू की फसल की बिजाई की थी। उस पर भी खाद और अन्य चीजों का भारी-भरकम खर्च उठाया। लेकिन अब हालत यह है कि मंडियों में मिल रहा दाम आलू की फसल को खेतों से निकालने तक का खर्च भी पूरा नहीं कर पा रहा। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रदेश के ऊपरी हिस्सों में सेव आदि फसलों को लेकर समर्थन मूल्य तय किए जाते हैं उसी तरह निचले क्षेत्रों के किसानों की सुध लेते हुए सरकार को आलू की फसल का एक मूल्य निर्धारित करते हुए किसानों से यह फसल खरीदनी चाहिए ताकि लाखों रुपया खर्च करके आलू की फसल का कारोबार करने वाले किसानों को भारी भरकम घाटे से बचाया जा सके।