पंजाबः फर्जी एनकाउंटर मामले में अकाली नेता सहित 2 पुलिस कर्मचारियों को उम्र कैद

पंजाबः फर्जी एनकाउंटर मामले में अकाली नेता सहित 2 पुलिस कर्मचारियों को उम्र कैद
पंजाबः फर्जी एनकाउंटर मामले में अकाली नेता सहित 2 पुलिस कर्मचारियों को उम्र कैद

लुधियानाः जिलें से बड़ी ख़बर सामने आई है। जमालपुर इलाके की आहलुवालिया कॉलोनी में 2014 में 2 भाइयों की हत्या के मामले में लुधियाना कोर्ट में आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। बता दें कि इस हत्या को पुलिस ने एनकाउंटर दिखाने की कोशिश की थी। लेकिन अब यह एनकाउंटर फर्जी साबित हो गया है। इस मामले में आज लुधियाना कोर्ट ने अकाली नेता समेत 2 पुलिस कर्मचारियों को उम्र कैद की सजा सुनाई  हैं। सितंबर 2014 में 2 सगे भाइयों की हत्या मामले में एडिशनल सेशन जज राजकुमार की अदालत ने अकाली नेता और दो पुलिस मुलाजिमों को दोषी करार दिया था, जबकि एक व्यक्ति को बरी कर दिया गया है।

तीनों को हत्या, आर्म्स एक्ट और साजिश रचने का दोषी पाया गया। मिली जानकारी के अनुसार, जमालपुर की आहलुवालिया कॉलोनी में सितंबर 2014 में माछीवाड़ा के बोहापुर गांव के रहने वाले 2 सगे भाइयों हरिंदर सिंह (23) और जतिंदर सिंह (25) को खन्ना पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर में मार दिया था। केस में अदालत ने अकाली नेता गुरजीत सिंह, कांस्टेबल यादविंदर सिंह और होमगार्ड जवान अजीत को दोषी करार दिया है। होमगार्ड जवान बलदेव सिंह को बरी किया है। आरोपियों अदालत ने जुर्माना भी लगाया है।

बता दें कि बड़े-बड़े आरोपियों को पकड़ने के दावे करने वाली पंजाब पुलिस से एसएचओ और उसका रीडर आज तक पकड़ा नहीं जा रहा। मामले में आरोपी उस समय का एसएचओ मनजिंदर सिंह और उसका रीडर कांस्टेबल सुखबीर सिंह 7 साल से फरार हैं। बता दें कि दोनों भाइयों के पोस्टमॉर्टम में पता चला था कि गोलियां बहुत करीब से चली हैं। कहीं कोई एनकाउंटर वाली बात सामने नहीं आई थी। अधिकतर गोलियां शरीर के आरपार निकल गई थीं। सिविल अस्पताल में उस समय तैनात डॉ. सुरेश कौशल, डॉ. जसबीर कौर और डॉ. सीमा चोपड़ा ने जतिंदर और हरिंदर के शवों का पोस्टमॉर्टम किया था।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आया था कि हरिंदर को 3 गोलियां लगी थीं। दाईं ओर से चलाई एक गोली हरिंदर के शरीर के आर-पार हो गई थी, जबकि सीने पर चलाई गई गोली शरीर में ही धंसी रह गई। हरिंदर पर चलाई गई गोलियों में से एक उसकी बाजू में धंसी मिली। रिपोर्ट के अनुसार, जतिंदर को बहुत करीब से दो गोलियां मारी गईं। एक गोली सिर में मारी गई, जो गर्दन से पार निकल गई।