पंजाबः स्कूल के सीनियर छात्रों पर रैगिंग व मारपीट के आरोप, 3 सदस्य जांच कमेटी गठित

कपूरथला के डिप्टी कमिश्नर ने एसडीएम को सैनिक स्कूल में रैगिंग के कथित मामले में 10 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा

पंजाबः स्कूल के सीनियर छात्रों पर रैगिंग व मारपीट के आरोप, 3 सदस्य जांच कमेटी गठित
पंजाबः स्कूल के सीनियर छात्रों पर रैगिंग व मारपीट के आरोप

कपूरथलाः पंजाब के कपूरथला में सैनिक स्कूल में कक्षा 11 के कुछ छात्रों द्वारा रैंगिंग का मामला सामने आया है। छात्रों द्वारा आठवीं कक्षा के तीन छात्रों की पिटाई का आरोप सामने आने के बाद पीड़ित छात्रों के माता-पिता ने दावा किया है कि स्कूल में जूनियर छात्रों की पिटाई और उन्हें थप्पड़ मारना आम बात है। पैरेंटस के इन आरोपों के बाद बवाल मच गया है और इसकी जांच शुरू हो गई है। 

तीन सदस्य जांच कमेटी गठित 

इस संबंधी डिप्टी कमिश्नर के पास शिकायत पहुंचने पर उन्होंने एसडीएम जय इंद्र सिंह को मामले की जांच सौंप दी है। उधर, सैनिक स्कूल की वाइस प्रिंसिपल विंग कमांडर दीपिका रावतने भी स्कूल की तीन सदस्य जांच कमेटी गठित करने का एलान किया है। इस मामले को लेकर अब कपूरथला के डिप्टी कमिश्नर ने एसडीएम को सैनिक स्कूल में रैगिंग के कथित मामले में 10 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा गया है।  

विद्यार्थी ने शरीर पर जख्मों के निशान दिखाए

इसका पर्दाफाश तब हुआ जब विद्यार्थी समर वेकेशन से घर वापस पहुंचे और उन्होंने अपने शरीर पर जख्मों के निशान दिखाते हुए सारी बात अपने अभिभावकों को बताई। जालंधर निवासी एक अभिभावक ने मामले की पैरवी करते हुए समाज सेवक मोंटी सहगल के जरिए डीसी विशेष सारंगल को सैनिक स्कूल में रैगिंग व सीनियर की ओर से जूनियर बच्चों के साथ मारपीट करने के मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एक शिकायत दी है। 


आरोपः जालंधर के अलावा पठानकोट के बच्चे के साथ भी हुआ यह मामला

उनके अनुसार जालंधर के अलावा पठानकोट के बच्चे के साथ भी ऐसा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़ित परिवार के बच्चे ने बताया कि टीचर सीनियर छात्रों को मानीटर बना देते हैं और वे जूनियर के साथ अनुशासन के नाम पर अमानवीय व्यवहार करते हैं। यहां तक कि सीनियर होमवर्क और कपड़े भी जूनियर्स से धुलवाते हैं। मोंटी सहगल के अनुसार ऐसा अधिकतर छात्रों के साथ हो रहा है। इस बारे में सैनिक स्कूल के प्रबंधन को भी पता है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि इस मामले में स्कूल प्रबंधन लीपापोती वाला रवैया अपना रहा है। इस मामले की पुष्टि करते हुए एसडीएम कपूरथला डा. जयइंद्र सिंह ने कहा कि जांच पूर्ण होने के बाद ही वे पूरे तथ्यों के साथ जानकारी दे पाएंगे।