नालागढ़ महाविद्यालय में अंतर महाविद्यालय महिला खो-खो का हुआ शुभारंभ

नालागढ़ महाविद्यालय में अंतर महाविद्यालय महिला खो-खो का हुआ शुभारंभ

प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश के 15 महाविद्यालय की कन्याओं ने लिया भाग

नालागढ़/ सचिन बैंसल: राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय नालागढ़ में  विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय खो-खो (महिला वर्ग) अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया । इस प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश के 15 महाविद्यालयों कन्या महाविद्यालय शिमला, सिराज एट लंबाथाच, ठियोग, नालागढ़, सीमा, रामपुर, हमीरपुर,बिलासपुर, करसोग, पोंटा साहिब, जोगिंद्रनगर, रामशहर, मंडी, एमएलएसएम सुंदरनगर, बीबीएन चकमोह की टीमों ने भाग लिया। 
पहले दिन आरकेएमबी कालेज शिमला ने सिराज, बिलासपुर से बीबीएन चकमो, जोोगिंद्र नगर ने रामसहर और ठियोग ने मेजबान नालागढ को पराजित कर अगले दौर में प्रवेश कर लिया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पवन कुमार सलारिया ने शिरकत की।  इस मौके पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। प्राचार्य ने सभी टीमों के प्रभारियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
प्राचार्य ने कहा कि नालागढ़ महाविद्यालय में कबड्डी, रेसलिंग और वॉलीबाल की प्रतियोगिताएं अक्सर होती रहती थी। इस बार महाविद्यालय के विद्यार्थियों की मांग थी कि महाविद्यालय में लड़कियों के खेल से संबंधित, किसी प्रतियोगिता का आयोजन हो। इस महाविद्यालय में अध्ययन करने वालों में लगभग 70 फीसदी संख्या छात्राओं की ही है। छात्राओं की यही मांग इस महाविद्यालय में आयोजित करने का आधार बनी।
प्राचार्य ने खिलाडिय़ों से कहा किस्वस्थ शरीर और मस्तिष्क को उत्तेजित रखने के लिए खेल बहुत आवश्यक है। खेल अवसाद,तनाव और चिंता जैसी व्याधियों से मुक्ति प्रदान करता है। हमारा समग्र विकास करता है। खेल हमें धैर्य, अनुशासन और समूह में कार्य करना सिखाता है। हमारे भीतर आत्मविश्वास का निर्माण करता है। इस मौके पर डॉ. बीएस राटौर और डॉ. कुलदीप सिंह समेत कालेज कालेज स्टाफ और छात्र संघ के पदाधिकारी उपस्थित रहे।