महंगाई की मार, पानी की 10 फीसदी बढ़ी कीमतें

महंगाई की मार, पानी की 10 फीसदी बढ़ी कीमतें

शिमलाः राजधानी शिमला में पानी की दरों में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। इससे शहर के करीब 30 हजार पेयजल उपभोक्ताओं को अब अगले महीने से पानी का बिल पहले के मुकाबले 10 प्रतिशत ज्यादा देना होगा। पहले यह माना जा रहा था कि इसे पहली अप्रैल से लागू किया जाएगा, लेकिन अब अगले महीने से ही बढ़ी हुई दर से बिल देना होगा। कोरोना महामारी के कारण दो साल से पानी की दर नहीं बढ़ाई गई है। अब इसे आज से ही लागू कर दिया गया है। नई दर के मुताबिक घरेलू उपभोक्ता जिनके कनेक्शन नगर निगम की सीमा में ही लगे हैं, उन्हें मासिक 20 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल करने पर 17.55 रुपये प्रति हजार लीटर की दर से बिल दिया जाएगा। यदि पानी का मासिक इस्तेमाल 20 से 30 हजार लीटर के बीच पहुंच जाता है तो 30.25 रुपये प्रति हजार लीटर की दर से बिल जारी किया जाएगा।

वहीं पानी का इस्तेमाल 30 हजार लीटर मासिक होने पर बिल की दर 54.39 रुपये प्रति हजार लीटर की दर से ली जाएगी। ये दरें नगर निगम की सीमा के अंदर ही लागू होंगी। वहीं जिन लोगों ने नगर निगम की सीमा से बाहर भी पानी का कनेक्शन निगम से ले रखा है उन्हें पहले स्लैब में 39.93 रुपये, दूसरे में 60.50 और तीसरे में 84.70 रुपये प्रति हजार लीटर की दर से पानी का बिल देना होगा। राज्य शहरी विकास विभाग की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। राज्य के शहरी विकास विभाग के सचिव देवेश कुमार की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है।

दर राजधानी में जिन भवन मालिकों ने पानी का कनेक्शन व्यावसायिक दर पर ले रखा है। उनके लिए जारी होने वाले बिल में भी 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। इसके तहत जो लोग महीने में 20 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल करते हैं, उनसे पानी की दर 48.40 रुपये प्रति हजार लीटर वसूली जाएगी। वहीं 30 हजार लीटर मासिक उपयोग पर 75.11 रुपये प्रति हजार लीटर तथा 75 हजार लीटर तक मासिक उपयोग हो तो उन्हें बिल 101.16 रुपये प्रति हजार लीटर की दर से जारी किया जाएगा।

शहर में जो लोग नहीं रहते हैं और वे अपने पेयजल कनेक्शन प्लग करवा देते हैं, ऐसे कनेक्शन धारकों को हर महीने 200 रुपये का बिल देना होगा। वहीं यदि तीन महीने से मीटर खराब होता है तो पेनल्टी की राशि भी प्रतिमाह की दर से तय कर दी है। सोलन नगर निगम के उपमहापौर राजीव कौड़ा ने कहा- सर्वे होने के बाद सोलन शहर में करदाताओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। इससे नगर निगम की आय में भी वृद्धि होगी।