लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कसे शिकंजा सरकार 

लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कसे शिकंजा सरकार 

प्रदेश की छवि  खराब  करने वालों के खिलाफ हो कड़ी करवाई: चिरंजीव ठाकुर

फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज ने औषधि विभाग की सराहना की

बद्दी (सचिन बैंसल)। एशिया में फार्मा का हब कहे जाने वाली  बददी मे फूड लाइसेंस की आड़ में नकली दवा बनाने  के जो मामले  सामने आए है, उससे एशिया के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र की छवि खराब करने की मनसा जग जाहिर हुई है।  इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष चिरंजीव ठाकुर ने कहा की पिछले एक महीने में यह दूसरा मामला सामने आया है, औषधि विभाग ने पूरी पारदर्शिता के साथ कारवाई करते हुए इन मामलों को सामने लाया है, जिसके लिए वह औषधि विभाग के राज्य निदेशक नवनीत मारवाह और उनकी पूरी टीम की कार्यवाही सराहनी है और उम्मीद करते हैं की नकली दवाइयों का धंधा करने वालो के खिलाफ यह अभियान निरंतर चलता रहे।

 फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री के राज्याध्यक्ष चिरंजीव ठाकुर ने कहा कि इस तरह के गंभीर मसलों पर कड़ी से कड़ी कारवाई अमल में लानी चाहिए, जिसके लिए औद्योगिक संगठन विभाग को अपना पूर्ण सहयोग देगा। ठाकुर ने कहा की जल्दी ही प्रिंटिंग पैकेजिंग वालो के साथ बैठकर इस तरह के गंभीर मामलों पर चर्चा की जाएगी, ताकि आने वाले समय में इस तरह के मामलों को रोका जा सके। राज्य उपाध्यक्ष योगराज सिंह छोक्कर ने कहा की जिस किसी के पास भी इस तरह की जानकारी हो तो वह तथ्यों के साथ संगठन को या विभाग को दे ताकि लोगो के जीवन के  साथ खेलने वालो को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।  

प्रदेश फार्मा संयोजक मृणाल यादव ने प्रिंटिंग मैटेरियल बनाने वालो से आग्रह किया की वो इस तरह के मामलों को गंभीरता से ले और अपने निजी फायदे के लिए जनता के साथ हो रहे खिलवाड़ मे भागीदारी न बने। प्रिंटिंग मैटेरियल छापने से पहले पूर्ण रूप से जांच पड़ताल कर ले वहीं प्रदेश महासचिव राम कृष्ण शर्मा एवम देवेंद्र सिंह राणा ने कहा की इस तरह के संगीन मामलों को देखते हुए फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को अपनी सक्रियता बढ़ानी चाहिए, ताकि इस तरह का गोरख धंधा करने वालों का पर्दाफाश हो सके।  वरिष्ठ सदस्य वी.के उप्पल एवम रमेश दुबे ने कहा की कच्चा मॉल सप्लाई करने वालो को भी इस तरह के मामलों में सचेत रहना चाहिए की किसी को भी बिना ड्रग लाइसेंस के कच्चा मॉल न दे ताकि कोई भी उसका दुरूपयोग न कर सके।