बाबा माई दास सदन चिंतपूर्णी में आधुनिक संग्रहालय बनाने को कवायद शुरू

बाबा माई दास सदन चिंतपूर्णी में आधुनिक संग्रहालय बनाने को कवायद शुरू

ऊना (सुशील पंडित)। मां चिंतपूर्णी के लाखों भक्तों को यहां पर आधुनिक सुख-सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ उनके अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए मंदिर ट्रस्ट निरंतर प्रयास कर रहा है। मां छिन्नमस्तिका की श्रद्धा में सराबोर चिंतपूर्णी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर ट्रस्ट एक संग्रहालय बनाने जा रहा है, जो आधुनिक तकनीक से सुसज्जित होगा तथा श्रद्धालुओं को यहां आकर एक नया अनुभव प्राप्त होगा। 

प्रस्तावित संग्रहालय में थ्री डी वॉक वे तैयार करने की योजना है, जिसमें श्रद्धालु हिमाचल प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन चिंतपूर्णी में ही कर पाएंगे। श्रद्धालुओं को थ्री डी वॉक वे में उसी धार्मिक स्थल पर उपस्थित होने का आभास होगा। संग्रहालय में प्रोजेक्टर, एनिमेशन तथा अन्य आधुनिक तरीकों से चिंतपूर्णी मंदिर के इतिहास के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। 

मंदिर आयुक्त एवं जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने कहा "संग्रहालय बनाने के लिए बाबा माई दास सदन का चयन किया गया है। इस भवन में चार हॉल हैं, जो आपस में जुड़े हैं और इनमें संग्रहालय स्थापित करने का विचार चल रहा है। सदन में पर्याप्त जगह है और आधारभूत ढांचा पहले से ही तैयार है। संग्रहालय के लिए इसमें इंटीरियर ही लगना है जिसके लिए मंदिर ट्रस्ट ने कवायद शुरू कर दी है। यह संग्रहालय अपने आप में अदभुत एवं भव्य होगा, जहां आकर श्रद्धालुओं को आध्यात्म का एक नया अनुभव प्राप्त होगा। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ौतरी होगी।"
संग्रहालय में जाने के लिए एक तरफ से प्रवेश रखा जाएगा तथा दूसरी ओर से बाहर निकलने का रास्ता बनाया जाएगा। अंदर दाखिल होने के बाद श्रद्धालुओं को राज्य के विभिन्न धार्मिक स्थलों व हिमाचल प्रदेश से जुड़ी विभिन्न प्रकार की जानकारियां रोचक ढंग से देखने को मिलेंगी। संग्रहालय के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार कर 20 अगस्त से पहले तैयार कर ली जाएगी। डीपीआर तैयार होने के बाद टेंडर प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। 

डीसी राघव शर्मा ने बताया कि डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होने के बाद इसे ट्रस्टियों व अन्य सभी हित धारकों के समक्ष रखा जाएगा और संग्रहालय के बेहतर निर्माण के लिए उनसे भी चर्चा की जाएगी। इसके बाद इस परियोजना के निर्माण की प्रदेश सरकार से अनुमति ली जाएगी। सभी औपचारिकताएं पूर्ण होने के बाद संग्रहालय का निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा। उम्मीद है कि सितंबर माह तक संग्रहालय के निर्माण का कार्य आरंभ हो जाएगा, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय चिंतपूर्णी मंदिर में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में मील का पत्थर बनेगा।