स्पाइसजेट को DCGA ने जारी किया कारण बताओ नोटिस, जानें मामला

विमान के सुरक्षा मार्जिन में गिरावट से जुड़ा है मामला

स्पाइसजेट को DCGA ने जारी किया कारण बताओ नोटिस, जानें मामला
स्पाइसजेट को DCGA ने जारी किया कारण बताओ नोटिस

नई दिल्ली: नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमानन कंपनी स्पाइसजेट को अपने विमान के सुरक्षा मार्जिन में गिरावट के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दरअसल, मंगलवार को स्पाइसजेट के लिए एक और कठिन दिन रहा क्योंकि एयरलाइन की दिल्ली-दुबई उड़ान को ईंधन संकेतक में खराबी के कारण कराची की ओर मोड़ दिया गया और इसकी कांडला-मुंबई उड़ान को बीच हवा में विंडशील्ड में दरार आने के बाद महाराष्ट्र की राजधानी में प्राथमिकता के आधार पर उतारा गया। 

तकनीकी खराबी की घटनाओं के कुल 7 मामले 

हालांकि कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फंसे यात्रियों के लिए मुंबई से दूसरा विमान भेजा गया था और यह करीब 11 घंटे के इंतजार के बाद दुबई के लिए रवाना हुआ। मंगलवार को हुईं इन दो घटनाओं के साथ ही पिछले 17 दिनों में स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी की घटनाओं की कुल संख्या सात हो गई है। गत 19 जून से अब तक स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खामी की सात घटनाएं हो चुकी हैं। 

19 जून को तकनीकी खराबी के कारण विमान के इंजन में लगी थी आग 

19 जून को पटना से 185 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए उड़ान भरने के बाद ही विमानन कंपनी के विमान के इंजन में आग लग गई थी और उसे आपात स्थिति में उतरना पड़ा था। इंजन में खराबी पक्षी के टकराने से आई थी। वहीं, 19 जून को ही एक अन्य घटना में दिल्ली से जबलपुर जा रहे विमान को कैबिन में दबाव की समस्या की वजह से वापस दिल्ली लौटना पड़ा था। 

24 और 25 जून को भी आया था मामला सामने

इसी प्रकार 24 और 25 जून को अलग-अलग विमानों में 'फ्यूजलेज डोर वार्निंग' प्रणाली सक्रिय होने की वजह से, विमानों को बीच में यात्रा छोड़कर वापस आना पड़ा। वहीं, दो जुलाई को जबलपुर जा रही उड़ान तब वापस दिल्ली लौट आई जब करीब पांच हजार फुट की ऊंचाई पर चालक दल के सदस्यों ने कैबिन में धुआं देखा। उल्लेखनीय है कि स्पाइसजेट पिछले तीन साल से घाटे में चल रही है। सस्ती सेवा मुहैया कराने वाली विमानन कंपनी स्पाइसजेट को 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में क्रमश: 316 करोड़, 934 करोड़ और 998 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। 

उड्डयन परामर्श फर्म सीएपीए ने क्या कहा

काोविड-19 महामारी से विमानन क्षेत्र उबर रहा है और उड्डयन परामर्श फर्म सीएपीए ने 29 जून को कहा कि भारतीय विमानन कंपनियों का घाटा वर्ष 2021-22 के तीन अरब डॉलर से घटकर वर्ष 2022-23 में 1.4 से 1.7 अरब डॉलर के बीच रह सकता है। गौरतलब है कि मार्च 2021 में संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह से लखनऊ आ रहे इंडिगो के एक विमान ने भी कराची में तब आपातकालीन लैंडिंग की थी जब एक यात्री ने सीने में दर्द की शिकायत की। हालांकि इस यात्री को बचाया नहीं जा सका था।