मामला पुलिस की छत्रछाया में थाईलैंड बैंकॉक के नजारों का....

थाना 6 की पुलिस ने किया गोंगलुओं से मिट्टी झाड़ने का काम 

प्रभारी ने कहा सब कुछ ठीक-ठाक, आपत्तिजनक मटेरियल नहीं मिला, 2 लोगों को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ा...?

पुलिस ने स्पा सेंट्ररों के ना तो लाईसेंस चैक किए और ना ही स्टाफ की पुलिस वेरिफिकेशन

जालंधर (वरुण)। स्पा सेंटरों में कथित तौर पर हो रहे अनैतिक कार्यो के बारे मीडिया में आए समाचारों के बाद थाना 6 की पुलिस ने कुछ स्पा केंद्रों में छापेमारी कर गोंगलुओ से मिट्टी झाड़ने की कोशिश की है। मीडिया में सुर्खियां बनने के बाद आनन-फानन में थाना-6 की पुलिस ने मॉडल टाउन क्षेत्र में स्थित स्वास्तिक, रेड ओर्चीड और थाई स्पा सेंटर में चैकिंग के नाम पर रेड करने का दावा किया है। मीडिया को जारी अपने बयान में एसएचओ सुखदेव सिंह ने कहा कि चेकिंग के दौरान उन्हें कोई आपत्तिजनक मैटेरियल नहीं मिला और उन्होंने यह भी दावा किया कि इन स्पा सेंट्रो में सब कुछ कानून के अनुसार ठीक-ठाक चल रहा है लेकिन मीडिया में दिए गए अपने ही बयान में एसएचओ सुखदेव सिंह का विरोधाभास तब हुआ जब उन्होंने कहा कि पूछताछ के लिए 2 व्यक्तियों को थाने लाया गया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। हालांकि थाना प्रभारी यह नहीं बता पाए कि पूछताछ के दौरान उन्होंने किस संबंध में प्रश्न किए और हिरासत में लिए गए व्यक्तियों ने क्या जवाब दिए और स्पा सेंटरो के ग्राहकों को आखिरकार पुलिस क्यों उठा लाई। पुलिस की आंखों में धूल झोंकने वाली इस रेड ने कई सवाल पैदा कर दिए हैं।

एनकाउंटर न्यूज़ ने जब एसएचओ सुखदेव सिंह से कुछ प्रश्न किए तो उन्होंने इस तरह जवाब दिए

  • पहला सवाल: हिरासत में लिए गए व्यक्तियों को क्यों पकड़ा और क्यों छोड़ा गया?
  • जवाब : वेरिफिकेशन के लिए पकड़ा था और पकड़ कर थाने लाकर छोड़ दिया।
  • दूसरा सवाल: क्या चेकिंग के दौरान स्पा सेंट्रो के लाइसेंस चेक किए?
  • जवाब: लाइसेंस चैक नहीं किए लेकिन सैंटर ठीक-ठाक चल रहे हैं।
  • तीसरा सवाल: स्पा सेंटर में आपत्तिजनक मैटेरियल किसे कह रहें हैँ जो नहीं मिला?
  • जवाब: आपत्तिजनक मैटेरियल की परिभाषा नहीं समझा पाए!
  • चौथा सवाल: क्या स्पा सेंटर में काम करने वाले स्टाफ की पीसीसी   (पुलिस वेरिफिकेशन) चैक की?
  • जवाब: नहीं
  • अब बड़ा सवाल यह उठता है कि अगर पुलिस ने रेड की और चेकिंग भी की तो बेसिक दस्तावेजों की चेकिंग करना क्यों भूल गए या फिर जान-बुझ कर  नहीं की?