अपराधिक घटनाओं की रोकथाम के लिए जिला में सरकारी व विभिन्न स्थानों में स्थापित किए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे: डीसी

अपराधिक घटनाओं की रोकथाम के लिए जिला में सरकारी व विभिन्न स्थानों में स्थापित किए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे: डीसी

ऊना/सुशील पंडित: जिला दंडाधिकारी राघव शर्मा ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जिला ऊना में बढ़ती हुई अपराधिक घटनाएं जैसे ज्वैलरी, पर्स स्नैचिंग, मोबाईल स्नैचिंग, ईव-टीजिंग पर काबू पाने के लिए जिला के विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे और अपराधिक घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

राघव शर्मा ने कहा कि दो माह के भीतर पंचायत घर, नगरपालिका भवन, स्कूल, काॅलेज, पेट्रोल पंप, इंडस्ट्रियल यूनिट, होटल, विभाग प्रबंधन के प्रमुख, प्रत्येक सरकारी भवन के प्रभारी व्यक्ति और मंदिर, मस्जिद व गुरूद्वारा सहित अन्य पब्लिक जगहों के परिसरों में अपने स्तर पर सीसीटीवी कैमरे लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रवेश और बाहर जाने वाले क्षेत्र परिसर में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। संदिग्ध गतिविधियों की जांच के लिए सीमा के बाहरी क्षेत्र में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। राघव शर्मा ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों की कम से कम 4एमपी एचडी गुणवत्ता रेसोलूशन के साथ-साथ नाईट विज़न क्षमता भी होनी चाहिए और कम से कम 30 दिनों तक का डाटा निगरानी प्रणाली की हार्ड डिस्क में रखा जाएगा। राघव शर्मा ने कहा कि सीसीटीवी बिना किसी बे्रक के निरंतर क्रियाशील रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक संस्थान में लगाए गए सीसीटीवी क्रियाशील है।

राघव शर्मा ने कहा कि जरूरत पड़ने पर निरीक्षण के दौरान उपमंडलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पुलिस प्रशासन के समक्ष सीसीटीवी कैमरों को ओपन किया जाएगा।

इसके अलावा राघव शर्मा ने आदेश जारी किए हैं कि उपमंडल स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएंगी जिसमें डीएसपी, एसएचओ, बीडीओ, ब्लाॅक प्रोजैक्ट आॅफिसर, ब्लाॅक एलिमेंटरी एजुकेशन आॅफिसर, फूड निरीक्षक, एक्साईज़ निरीक्षक, एक्सटेंशन आॅफिसर इंडस्ट्री शामिल होंगे तथा उपमंडल स्तर पर स्थापित सीसीटीवी की जांच और क्रियाशील होना सुनिश्चित करेंगे।

राघव शर्मा ने कहा कि जिला ऊना पंजाब के बार्डर ऐरिया के साथ लगता है जिसमें बहुत सारे टूरिस्ट/यात्री, श्रमिक, दैनिक यात्री जिला ऊना में आते हैं और कई प्रवासी श्रमिक भी जिला में काम करने तथा जिला से काम करने बाहर जाते हैं जिसके चलते असामाजिक तत्वों की आवाजाही की प्रबल संभावना हमेशा बनी रहती है।