विश्व पर्यावरण दिवस पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन बारे किया जागरुक

विश्व पर्यावरण दिवस पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन बारे किया जागरुक

ऊना/सुशील पंडित: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊना के सौजन्य से आज विश्व पर्यावरण दिवस पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, हरोली में एक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस बारे जानकारी देते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त, ऊना राघव शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, कुल्लू द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे ज्वाईंट युनाईटिड एक्शन फाॅर रेसिलियंस इन एमरजेंसी प्रोजेक्ट के तहत आयोजित किया गया। इसमें विभिन्न प्रकार की आपदाओं के जोखिम को कम करने एवं उचित प्रबंधन से आपदा से बेहतर तरीके से निपटने के विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गई।

कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार की आपदाओं के जोखिम को कम करने के उपायों को धरातल पर उतारने के लिए व्यापक जन-जागरूकता लाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। विभिन्न आपदाओं की जानकारी, उनके जोखिम को कम करने के उपायों और बेहतर प्रबंधन बारे व्यापक जन-जागरूकता से होने वाले प्रभावों को कम किया जा सकता है। आपदाएं कई प्रकार की होती हैं जिनमें कुछ प्राकृतिक तो कुछ मानव निर्मित होती हैं। प्राकृतिक आपदाओं को हम रोक नहीं सकते लेकिन उनके जोखिम को कम करने के ज्ञात उपायों से प्रभावों को जरूर कम किया जा सकता है। मानव जनित आपदाओं को हमें स्वयं ही दूर करना होगा। उदाहरण के तौर पर दोपहिया वाहन चलाते समय हेल्मेट का अवश्य प्रयोग करें तो वहीं यातायात नियमों की पालना, वाहन की गति को नियंत्रित रखना और वाहन चलाते समय सर्तक रहना प्रत्यक वाहन चालक का कर्तव्य है। यातायात के नियमों का कडाई से पालन कर इन्सान सडक़ दुर्घटनाओं से बच सकता है।

इस मौके पर सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सूचीबद्ध सांस्कृतिक दल आर. के कलामंच के कलाकारों ने नाटक का मंचन करके आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन बारे जागरुक किया। इस अवसर पर रावमापा हरोली के प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार, स्कूल स्टाफ, विद्यार्थीगण सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।