आल आउट बनाने वाली कंपनी का क्रमिक अनशन 14वें दिन में प्रवेश

आल आउट बनाने वाली कंपनी का क्रमिक अनशन 14वें दिन में प्रवेश

सैलरी बंद होने से परिवार का खर्चा चलाने में हो रही दिक्कत

बद्दी (सचिन बैंसल)। ऑल आउट बनाने वाली ब्रिलेन कंपनी के कामगारों की क्रमिक भूख हड़ताल  14वें दिन में प्रवेश कर गई है। सोमवार को रोहित, दीपक और नीलम देवी अनशन पर बैठे। कामगार संदीप, पंकज, नरेश कुमार, शिव ओमकार, संतोष, शेलेंद्र, प्रेमपाल और रामपाल ठाकुर ने बताया कि 74 कामगार पिछले एक माह 9 दिन से हडताल पर है। 1 सितंबर को कंपनी संचालकों ने उन्हें बिना नोटिस के गेट बंद कर दिया। और अपना काम ठेकेदार को सौंप दिया। यह मल्टी नेशन कंपनी है और कई कामगारों को 25 साल से अधिक काम करते हो गए है।   सभी हिमाचल  के कामगार है।  उसके बावजूद भी हिमाचलियों का शोषण हो रहा है। सभी कामगार कंपनी संचालकों से अपना रोजगार वापस देने की मांग कर रहे है लेकिन उनकी कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। 27 सितंबर से कामगार क्रमिक अनशन पर है।

उनके परिवार का पालन पोषण इनकी सैलरी से चलता है। अब वह इस उम्र में कहां जाएं। यहां पिछले एक माह दस दिन से  हड़ताल पर बैठे है और तनाव में है और कई कामगारों का स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है। कंपनी के संचालक उन्हें कचरा कह कर पुकारते है। श्रम कार्यालय में भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रहा है। अभी क्रमिक अनशन चल रहा है उसके बाद आमरण अनशन भी शुरू होने वाला हैै लेकिन कंपनी और प्रशासन को इसके कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।